Covid 19 Booster Dose in India: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच कल से देश में बूस्टर डोज लगाई जाएगी. वैक्सीनेशन अभियान के लिए ये बड़ा दिन माना जा रहा है. 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग बूस्टर डोज लगवा सकेंगे. वहीं हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी बूस्टर डोज कल से लगाई जानी है. देश में हेल्थ केयर वर्कर्स की संख्या तकरीबन 1 करोड़ है, जिसमें डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स शामिल हैं. वहीं फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ है. इसमें पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होम गार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मी शामिल हैं.
हिंदुस्तान के वैक्सीनेशन अभियान में बूस्टर डोज एक नया मील का पत्थर साबित होगा. देश के वैक्सीनेशन अभियान के मजबूत होने के लिए जरूरी है कि हेल्थ केयर वर्कर्स ठीक रहें. अगर उनकी सेहत ठीक नहीं होगी, तो महामारी की चपेट में आने वाले संक्रमितों का इलाज कैसे होगा. अकेले दिल्ली की बात करें तो 1000 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो गए हैं. इसमें से एम्स में 200, सफदरजंग में 165, लेडी हार्डिंग में 100, RML में 110, लोकनायक अस्पताल में 30, जीटीबी में 50, आंबेडकर अस्पताल में 21, हिंदूराव अस्पताल में 18, डीडीयू में 22, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 20 स्वास्थ्यकर्मी पॉजिटिव हैं. अब बात फ्रंटलाइन वर्कर्स की कर लेते है जिनका फिट रहना हमारे.. आपके.. पूरे देश के लिए जरूरी है
फ्रंटलाइन और हेल्थ केयर वर्कर्स के अलावा बुजुर्गों को भी बूस्टर डोज लगेगी. आपके घर पर कोई बुजुर्गं है तो आपके लिए इन नियमों को जानना जरूरी है. देश में 60+ लोगों की आबादी करीब 12 करोड़ है. 60 से ज्यादा उम्र के बीमार बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी. बीमारी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. हालांकि अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही बूस्टर डोज लेने को कहा गया है. दूसरी डोज लेने के 9 महीने बाद बूस्टर डोज लग सकती है
इस वक्त देश कोरोना के खिलाफ अहम लड़ाई लड़ रहा है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बूस्टर डोज से वायरस के खिलाफ जंग को मजबूती मिलेगी और हम कोरोना के खिलाफ इस बार भी जंग जीतेंगे. एक तरफ जहां वैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में अब 15 साल तक के टीन एजर्स शामिल हो चुके हैं तो वहीं 60 साल से ज्यादा उम्र के बीमार लोगों को अब कल से तीसरी डोज भी लगाई जाएगी. तीसरी डोज लगवाने का फैसला वैकल्पिक है, जिन्हें ज़रूरत है वो अपने डॉक्टर की सलाह के बाद बूस्टर डोज लगवा सकते हैं. इसमें शर्त ये है कि दूसरे डोज के बाद 9 महीने का वक्त पूरा हो गया हो